हम, हर साल 24 मई को ब्रदर्स डे मनाते हैं। साल, 2005 में, अमेरिका में इसकी शुरुआत हुई थी और आज, भारत समेत, कई देश, इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं। और मनाते हैं- भाइयों का जश्न। उन भाइयों का- जो आपसे लड़ते, झगड़ते और हमेशा आपकी टांग खींचते हैं, सब के आगे, और खासकर- आपके क्रश के आगे। लेकिन फिर भी, एक-दूसरे से प्यार करते हैं। भाईयों के खूबसूरत रिश्ते की, एक ऐसी ही गाथा- भगवान राम और उनके भाइयों की। जो सम्मान, प्रेम और बलिदान की पराकाष्ठा है। पिता के आदेश पर, जब भगवान राम, चले गए 14 साल के वनवास पर। तो भाई को भगवान स्वरूप मानने वाले, लक्ष्मण, आखिर कैसे राम जी से दूर रहते। चल दिए उनके साथ वनवास पर, दिन-रात उनकी सेवा में लगे रहे, 14 साल सोए, तक नहीं।
दूसरी ओर, भरत- जिन्हें राजपाठ मिल रहा था, लेकिन उन्होंने राम को चुना। राम का कहना मानकर, अयोध्या का राजकाज देखते रहे, लेकिन नंदीग्राम में एक कुटिया में रहते हुए। उधर, भगवान राम के सबसे छोटे भाई- शत्रुघ्न, त्याग और समर्पण की दौड़ में, वो भी पीछे क्यों रहते। जब अपने तीनों भाईयों को राजमहल से बाहर देखा, तो उन्होंने खुद भी, भोग विलास से, दूरी बना ली। चारों भाइयों का प्रेम और त्याग, अद्भुत और अलौकिक है। असल में, भगवान राम को, उनके भाइयों का हर कदम पर साथ मिला, जो उन्हें खुद से बढ़कर मानते थे। माता सीता, समेत, भाइयों और दोस्तों का स्नेह और साथ ही था, जिसने राजा राम को, भगवान पुरुषोत्तम राम बनाया। द रेवोल्यूशन-देशभक्त हिंदुस्तानी की ओर से, आप सभी को ब्रदर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं, कि भगवान राम और उनके भाइयों की तरह, हर भाई-बहन में स्नेह, त्याग और समर्पण की भावना बनी रहे।